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|| श्री सिद्ध गणेश जी से अर्जी ||
भगवान श्री सिद्ध गणेश जी से अर्जी लगाने की परम्परा अनादि काल से चली आ रहा है| भगवान श्री सिद्ध गणेश जी से अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए देवता भी अर्जी लगते है ( "तीन लोक सकल देवता द्वार खड़े सब अरज करें" ) भगवान श्रीरामचंद्र भी जब कुछ करने जाते थे तो सबसे पहले गणेश जी का आशीर्वाद लेते थे|
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रिद्धि सिद्धि के दाता सर्वत्र प्रथम पूज्य भगवान श्री सिद्ध गणेश जी का दिव्य स्थान श्री सिद्ध गणेश मंदिर नर्मदा जबलपुर के पावन तट ग्वारीघाट में स्थित है| यह एक ऐसा देव न्यायालय है जहाँ दीन-दु:खी, बाधाओं से पीड़ित व्यक्ति अपनी मनोकामना को पूर्ण करने के लिए अर्जी लगाने आते हैं और भगवान श्री सिद्ध गणेश जी की कृपा से सबके काम शीघ्र पूर्ण करते हैं| इस अलौकिक स्थान में श्री सिद्ध गणेश जी अपनी पूर्ण शक्तियों रिद्धि सिद्धि के साथ विराजमान हैं|
संस्थापक-
ब्रम्हर्षि स्वामी रामबहादुर जी महाराज
|| गणेश मंदिर के समाचार ||
श्री गणेश जन्मोत्सव 25 अगस्त 2017
बारह दिवसीय विशिट पूजन कार्यक्रम 25 अगस्त 2017 से 05 सितम्बर 2017
दोपहर 12 :00 आरती - सामूहिक प्रार्थना एवं प्रसाद वितरण |
विशेष पूजन हेतु संपर्क करें- ब्रम्हर्षि स्वामी रामबहादुर जी महाराज 9425385136
विशेष: 30 / 9 / 2017 बुधवार भगवान श्री सिद्ध गणेश जी का छठी महोत्सव भव्य शोभायात्रा समय दोपहर 3 : 00 बजे से प्राम्भ होगी |
05 / 9 / 2017 मंगलवार को हवन एवं विशाल भंडारे का आयोजन रात्रि 12 बजे महाआरती |
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भगवान श्री सिद्ध गणेश की स्थापना कैसे हुई?
ब्रम्हर्षि स्वामी रामबहादुर जी महाराज महंत श्रीरामललामंदिर, ग्वारीघाट, जबलपुर, श्री रामलला मंदिर के संस्थापक परम तपस्वी सिद्ध गृहस्थ संत स्वामी रामनिरंजन जी के पुत्र स्वामी रामनिरंजनाचार्य जी के स्वर्गवास होने के पश्चात श्री रामलाल मंदिर का संचालन करते रहे है, वह हमेशा से ही श्री रामचन्द्र और हनुमान जी की सेवा व पूजन अर्चन में संलग्न रहते थे, उसी दौरान उन्हें ऐसी देवीय प्रेरणा प्राप्त हुई की जबलपुर जो कि धार्मिक नगरी के रूप में जाना जाता है और सभी श्रद्धालु माँ नर्मदा के दर्शन के लिए आते है| यहाँ पर श्री गणेश जी की स्थापना की जाये व मंदिर का निर्माण किया जाये क्योंकि कोई भी शुभ कार्य बिना महा गणेश जी के पूजन अर्चन के संभव नहीं है, इसी विचार के साथ स्वामी जी ने माँ रेवा तट पर श्री सिद्ध गणेश जी के वक्रतुंड स्वरुप का विग्रह स्थापित करने का विचार बनाया|
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मंदिर के कार्यक्रम
श्री सिद्ध गणेश जन्म महोत्सव
आशिवन शारदेय नवरात्रि ( देवी पूजन )
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी ( बहुला चौथ )
दीपावली ( लक्ष्मी पूजन )
देव उठनी एकादशी ( तुलसी विवाह )
माघ कृष्ण चतुर्थी
शिवरात्रि ( शिव पूजन )
चैत्र शुक्ल नवरात्रि ( श्रीराम जन्मोत्सव )
चैत्र पूर्णिमा ( श्री हनुमान जन्मोत्सव )
आषाढ शुक्ल पूर्णिमा ( गुरु पूर्णिमा )
श्री कृष्ण जनमाष्टमी
|| श्री सिद्ध गणेश जी की अपने आप प्रकट हुई प्रतिमा के दर्शन का लाभ लेवें ||
ऐसी मान्यता है की प्रारंभ में मंदिर को भूमि तल से 5-6 फीट ऊपर उठाकर बनाने का निश्चय किया गया, किन्तु जब भूमि की खुदाई प्रारंभ हुई तो अनायास ही 4 फीट नीचे भगवान श्री सिद्ध गणेश प्रकट हो गए| दो ढाई फीट उची प्राचीन प्रतिमा का मनोहारी स्वरुप प्रकट हुआ|
जब से भगवान श्री सिद्ध गणेश जी की स्थापना यहाँ हुई है, तब से कई लोगों को बीमारी, प्रकोप से मुक्ति मिली है एवं नौकरी और व्यापारिक कार्यों में भी सफलता मिली है और मंदिर में अर्जी लगाने वालों का क्रम लगातार बढ़ता जा रहा है|
भगवान श्री सिद्ध गणेश जी में रिद्धि सिद्धि के साथ विराजमान हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं|
पं. रामानुज तिवारी जी
विशेष:
श्री सिद्ध गणेश जी के एक दिवसीय पूजन अर्चन, सहस्त्रार्चन वस्त्र श्रृंगार हेतु मंदिर संस्थापक ब्रम्हर्षि श्री रामबहादुर जी महाराज से संपर्क करें| Contact: 9425385136